चर्नोबिल न्‍यूक्लियर प्‍लांट साइट पर बढ़ा रेडिएशन, यूक्रेन में रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही रूसी सेनाएं

चर्नोबिल न्‍यूक्लियर प्‍लांट साइट पर बढ़ा रेडिएशन, यूक्रेन में रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही रूसी सेनाएं

चर्नोबिल न्‍यूक्लियर प्‍लांट साइट पर बढ़ा रेडिएशन

चर्नोबिल न्‍यूक्लियर प्‍लांट साइट पर बढ़ा रेडिएशन, यूक्रेन में रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही रूसी

नई दिल्ली.यूक्रेन में चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट (Chernobyl nuclear power plant) पर रूस के कब्जे के बाद खतरा बढ़ गया है. यूक्रेन ने दावा किया है कि प्लांट से ज्यादा रेडिएशन निकलने लगे हैं. सीएनएन के मुताबिक न्यूलियर प्लांट के कई अधिकारियों को बंधक बना लिया गया है. यूक्रेन के ग्राउंड फोर्सेज के कमांडर की सलाहकार एलोना शेवत्सोवा ने फेसबुक पर कहा कि रूसी बलों ने पावर स्टेशन पर नियंत्रण कर लिया है और कर्मचारियों को ‘बंधक’ बनाया जा रहा है.

बता दें कि इस परमाणु संयंत्र में अप्रैल, 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटना हुई थी, जब एक परमाणु रिएक्टर में विस्फोट के बाद पूरे यूरोप में रेडियोधर्मी विकिरण फैल गया था. यह संयंत्र कीव के उत्तर में 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था. जिस रिएक्टर में विस्फोट हुआ था, उसमें से विकिरण रिसाव रोकने के लिए उसे एक सुरक्षात्मक उपकरण से कवर किया गया है और पूरे संयंत्र को निष्क्रिय कर दिया गया है.

गुरुवार को जेलेंस्की ने ट्वीट किया था, ‘हमारे बचावकर्ता अपनी जान दे रहे हैं, ताकि 1986 की त्रासदी फिर से नहीं हो.’ उन्होंने कहा, ‘यह पूरे यूरोप पर युद्ध की घोषणा है.’ इस बीच रूसी हमले के बीच यूक्रेन की राजधानी में साइरन की आवाजें गूंज उठी और लोग बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर जमा हो गए और सड़क मार्ग से इलाका छोड़ने को प्रयासरत दिखे.

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा था कि रूसी सैनिकों को चेर्नोबिल स्थित पूर्व परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा करने से रोकने के लिए उनके देश की सेना लड़ रही है. अगर रूस चेर्नोबिल परमाणु संयत्र पर कब्जा कर लेता है तो दुनिया में बहुत बड़ी तबाही की आशंका बढ़ जाएगी.

दुनिया के कई देशों के नेताओं ने रूसी आक्रमण की निंदा की, जिससे बड़ी संख्या में जानमाल का नुकसान हो सकता है और यह (हमला) यूक्रेन की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर सकता है. रूसी सैन्य कार्रवाई शुरू होने के बीच एशियाई शेयर बाजार में गिरावट देखी गई और तेल की कीमतों में वृद्धि हुई.